कपास उत्पादन अनुमान में कटौती, आयात दोगुना और निर्यात में गिरावट

देश में कपास की घरेलू आपूर्ति को लेकर चिंता गहराती जा रही है, क्योंकि कॉटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया (CAI) ने 2024-25 सीजन के लिए उत्पादन अनुमान को घटाकर 291.30 लाख गांठ (प्रत्येक 170 किलोग्राम) कर दिया है। यह पिछले अनुमान से 4 लाख गांठ कम है और इसका प्रमुख कारण महाराष्ट्र में उत्पादन में गिरावट बताया गया है। मार्च 2025 के अंत तक देश में कुल कपास आपूर्ति 306.83 लाख गांठ रहने की संभावना है, जिसमें 25 लाख गांठ का आयात और 30.19 लाख गांठ का शुरुआती स्टॉक शामिल है। इस दौरान कुल स्टॉक 127.83 लाख गांठ था, जिसमें से 27 लाख गांठ कपास मिलों के पास, जबकि बाकी 100.83 लाख गांठ कॉटन कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (CCI), महाराष्ट्र फेडरेशन और व्यापारियों के पास थी। आयात-निर्यात में बदलाव: घरेलू उत्पादन में कमी के चलते भारत का कपास आयात दोगुना होकर 33 लाख गांठ तक पहुंचने की संभावना है, जो पिछले सीजन में 15.20 लाख गांठ था। इसके विपरीत, कपास निर्यात घटकर 16 लाख गांठ रह सकता है, जो पिछले वर्ष 28.36 लाख गांठ था। वैश्विक परिदृश्य: USDA (अमेरिकी कृषि विभाग) की रिपोर्ट के अनुसार, चीन में उत्पादन में वृद्धि के बावजूद, अर्जेंटीना और कोटे डी आइवर में उत्पादन में गिरावट के चलते वैश्विक कपास उत्पादन में 69,000 गांठ की कमी आने का अनुमान है। इसके साथ ही वैश्विक खपत में भी 520,000 गांठ की गिरावट दर्ज की गई है।

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