मक्का बाजार रिपोर्ट

जैसा कि हमने अपनी पिछली मक्का रिपोर्ट में बताया था, मक्का बाजार की स्थिति स्थिरता से थोड़ी कमजोरी की ओर बढ़ रही है। एक ओर जहां लगातार हो रही बारिश के कारण मक्के की गुणवत्ता को लेकर चिंताएं बढ़ी हैं, वहीं दूसरी ओर एथनॉल प्लांटों से बनी हुई मांग ने कीमतों को कुछ हद तक समर्थन दिया है। आज गुलाबबाग, पूर्णिया मंडी में मक्का का भाव ₹2,150 से ₹2,250 प्रति क्विंटल रहा, जिसमें ₹25 की गिरावट दर्ज की गई। रेक पॉइंट पर भाव ₹2,170 से ₹2,200 रहे, जबकि स्टॉक प्राइस ₹2,300 से ₹2,320 तक दर्ज किए गए। सियाना, बुलंदशहर में कीमतें स्थिर रहीं और ₹2,050 प्रति क्विंटल पर बनी रहीं। धुले में मक्का ₹1,800 से ₹2,200 प्रति क्विंटल के बीच बिका, जहां 500 क्विंटल की आवक रही। लातूर मंडी में मक्का ₹2,000 से ₹2,500 के बीच बिका और 200 बोरियों की आवक दर्ज की गई। छिंदवाड़ा में भाव ₹2,100 से ₹2,270 रहे, जबकि जहांगीराबाद में कीमतें ₹2,150 से ₹2,160 प्रति क्विंटल के बीच रहीं, जहां 3,000 बोरियों की आवक हुई। FAO की हालिया रिपोर्ट के अनुसार, इस वर्ष वैश्विक मक्का उत्पादन में 3.8% की वृद्धि होने की संभावना है, जिससे अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमतों पर दबाव बन सकता है। इसके साथ ही, CFTC डेटा के अनुसार 1,82,000 शॉर्ट पोजिशन दर्ज हुई हैं, जो बाजार में मंदी की भावना को दर्शाती हैं। भारत में इस साल मक्का उत्पादन 4.23 करोड़ टन रहा है, जो घरेलू खपत 4.28 करोड़ टन से थोड़ा कम है, जिससे हल्का आपूर्ति-खपत अंतर दिखाई देता है। भारत से मक्का का निर्यात 5.27 लाख टन रहा, जबकि आयात लगभग 8.96 लाख टन हुआ। सरकार मक्का की खेती के रकबे को 1.2 करोड़ हेक्टेयर से बढ़ाकर 1.4 करोड़ हेक्टेयर करने पर काम कर रही है, क्योंकि देश में मक्का की सालाना खपत 6.7% की दर से बढ़ रही है, जबकि उत्पादन की वृद्धि दर 5.8% है।

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