दिवाली तक गेहूं के दाम ₹3000/क्विंटल तक पहुंचने की संभावना, मिलर्स फेडरेशन ने जीएसटी हटाने की मांग की

दिवाली तक गेहूं की कीमतें बढ़कर ₹3000 प्रति क्विंटल तक पहुंच सकती हैं। फिलहाल गेहूं का बाजार भाव करीब ₹2750 चल रहा है, लेकिन आगामी त्योहारों के मद्देनजर डिमांड में तेजी आने की संभावना है, जिससे कीमतें ₹2900 से ₹3000 तक जा सकती हैं। इस बीच, मिलर्स फेडरेशन ऑफ इंडिया ने केंद्र सरकार से पैक्ड आटा, मैदा और सूजी पर लगने वाले 5% जीएसटी को खत्म करने की मांग की है। फेडरेशन का तर्क है कि जैसे रोटी, परांठा, खाखरा और पिज्जा ब्रेड को टैक्स फ्री किया गया है, वैसे ही इन जरूरी खाद्य उत्पादों पर भी जीएसटी शून्य कर दिया जाए। इससे न सिर्फ उपभोक्ताओं को राहत मिलेगी, बल्कि इंडस्ट्री को भी मजबूती मिलेगी। फिलहाल, सूजी और मैदा की मांग थोड़ी धीमी है, लेकिन फेस्टिव सीज़न में इसमें भी तेजी आने की उम्मीद जताई जा रही है। यदि सरकार जीएसटी हटाती है, तो FMCG और फूड प्रोसेसिंग कंपनियों को सीधा लाभ मिल सकता है। पंजाब और हरियाणा में हालिया बाढ़ से खुले में रखे गेहूं के स्टॉक पर कुछ असर जरूर पड़ा है, लेकिन मिलाकर सरकार और निजी सेक्टर के पास पर्याप्त स्टॉक मौजूद है। जरूरत पड़ने पर सरकार ओपन मार्केट सेल स्कीम (OMSS) के ज़रिए सप्लाई बढ़ाकर कीमतों को नियंत्रित कर सकती है। सारांश: दिवाली तक गेहूं ₹3000 प्रति क्विंटल तक पहुंच सकता है पैक्ड आटा, मैदा, सूजी पर 5% जीएसटी हटाने की मांग बाढ़ से हल्का असर, लेकिन स्टॉक पर्याप्त फेस्टिव सीज़न में डिमांड बढ़ने की संभावना

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