मक्का रिपोर्ट

एमपी महाराष्ट्र राजस्थान तीनों ही प्रमुख राज्यों में खरीफ सीजन की मक्की का उत्पादन अधिक हुआ है, इन सब के बावजूद भी एथेनॉल कंपनियों की 30 प्रतिशत अतिरिक्त खपत बढ़ जाने से मंडियों में शॉर्टेज की स्थिति बन गई है। वास्तविकता यह है कि बिहार की मंडियों में जो मकई का स्टाक था, वह सब बिक चुका है। मध्य प्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र में लगातार मक्की की आवक बढ़ने लगी है, वहां का माल हरियाणा पंजाब पहुंच में 2650/2680 रुपए बिकने लगा है, जिसमें 13-14 प्रतिशत नमी वाला माल बताते हैं। उत्पादक मंडियों में नमी के हिसाब से 2325/2350 रुपए मक्की के भाव चल रहे हैं। इस वजह से अब मंदे की गुंजाइश नहीं है तथा वर्तमान भाव में एम पी के माल को भी खरीदते रहना चाहिए।

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