लालमिर्च, जीरा, छोटी इलायची और कालीमिर्च की कीमतों में उतार-चढ़ाव, जानें बाजार की स्थिति
लालमिर्च हालांकि कीमतों में गिरावट आई है, फिर भी लालमिर्च की बिक्री पर दबाव बना हुआ है। पिछले दिन 2000 रुपये की गिरावट के बावजूद, स्टॉकिस्टों की भारी बिकवाली के कारण 334 नंबर की लालमिर्च और 13,000 रुपये प्रति क्विंटल तक गिर गई। गुंटूर में नई और पुरानी फसल की लगभग 70,000 बोरियों की आवक हुई है, और 500-1500 रुपये की और मंदी आने की संभावना जताई जा रही है। नई फसल की अधिक आवक से बाजार की धारणा प्रभावित हो रही है, और आगामी एक-दो दिनों में हाजिर बाजार में कोई तेजी की उम्मीद नहीं है। जीरा जीरे की बिक्री घटे हुए भावों पर भी बढ़ गई है, जिसके कारण इसका मूल्य 24,800 रुपये प्रति क्विंटल तक गिर गया है। हाल ही में इसमें 200 रुपये की मंदी आई थी। ऊंझा में 8-9 हजार बोरियों की आवक होने और कीमतों में स्थिरता की जानकारी मिली है। सटोरियों की लिवाली बढ़ने से सक्रिय वायदा बाजार में 275 रुपये की गिरावट आई और इसका भाव 22,565 रुपये तक पहुंच गया। आने वाले एक-दो दिनों में जीरे की मंदी अस्थायी तौर पर रुक सकती है। छोटी इलायची आज ईदुक्की डिस्ट्रिक्ट ट्रेडिशनल कार्डमम प्रॉडसर कंपनी लिमिटेड की नीलामी में छोटी इलायची की आवक घटकर 52,716 किलोग्राम रह गई। हालांकि, आवक कम होने के बावजूद लिवाली कमजोर बनी रही, जिससे औसत नीलामी कीमत 3040.08 रुपये प्रति किलोग्राम तक गिर गई। 9 जनवरी को हुई नीलामी में यह 3119.93 रुपये प्रति किलोग्राम थी। कीमतों में गिरावट के बावजूद लिवाली सुस्त रही, और छोटी इलायची का भाव 3350 रुपये प्रति किलोग्राम पर स्थिर रहा। आगामी एक-दो दिनों में हाजिर बाजार में छोटी इलायची में तेजी की संभावना नहीं है। कालीमिर्च कालीमिर्च की बिक्री बढ़ी हुई कीमतों पर भी सुस्त नजर आ रही है। इसके बावजूद, कालीमिर्च का भाव 695 रुपये प्रति किलोग्राम के स्तर पर स्थिर बना हुआ है। एक दिन पहले इसमें 5 रुपये का सुधार हुआ था। कोच्चि में आवक और कीमतें पूर्ववत बनी हुई हैं। नई फसल की आवक अपेक्षाकृत कम होने से बाजार की धारणा प्रभावित हो रही है, लेकिन आगामी एक-दो दिनों में कालीमिर्च की कीमत में मजबूती बनी रह सकती है।