मसाला बाजार रिपोर्ट
इलायची आने वाले 6-7 दिनों में बड़ी इलायची में मंदी की संभावना नहीं दिख रही है। घड़ी कीमत पर स्टॉकिस्टों की खरीदारी बढ़ने से पिछले सप्ताह बड़ी इलायची कैंचीकट 30 रुपए बढ़कर 1850 रुपए प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई। इससे पहले 23 जनवरी को हुई नीलामी में इसकी औसत कीमत 1550/1875 रुपए रही थी, जो बाजार की धारणा को प्रभावित कर सकती है। आगामी सप्ताह में हाजिर बाजार में बड़ी इलायची में मंदी का डर नहीं दिखता है। जीरा आने वाले 5-7 दिनों में जीरा के भाव में वृद्धि की संभावना नहीं दिख रही है। पटी कीमत पर भी स्टॉकिस्टों की लिवाली कमजोर होने से पिछले सप्ताह जीरा की कीमत 300 रुपए घटकर 24,500 रुपए प्रति क्विंटल रह गई। ऊंजा में लगभग 8-10 हजार बोरियों की आवक और कीमतों का स्थिर रहना रिपोर्ट किया गया। सटोरियों की लिवाली कमजोर होने से सक्रिय वायदा भी 195 रुपए गिरकर 22,250 रुपए पर आ गया। आगामी सप्ताह में जीरे में तेजी की संभावना नहीं नजर आ रही है। काली मिर्च आने वाले 6-7 दिनों में काली मिर्च की कीमतें मजबूत बनी रह सकती हैं। बढ़ी हुई कीमतों पर भी स्टॉकिस्टों की लिवाली मजबूत बनी हुई है, जिससे पिछले सप्ताह काली मिर्च की कीमत 20 रुपए बढ़कर 715 रुपए प्रति किलोग्राम पहुंच गई। कर्नाटक में काली मिर्च की नई फसल कमजोर आने की संभावना जताई जा रही है, जिससे बाजार की धारणा प्रभावित हो सकती है। आगामी सप्ताह में हाजिर बाजार में काली मिर्च की कीमतें मजबूत बनी रह सकती हैं। हल्दी आने वाले 6-7 दिनों में हल्दी के भाव में तेजी की उम्मीद नहीं दिख रही है। हाल ही में हल्दी में 300 रुपए की गिरावट आई थी और अब इसकी कीमत 14,400 रुपए प्रति क्विंटल के पूर्व स्तर पर स्थिर बनी हुई है। ईरोड में हल्दी की करीब 1400 बोरियों की आवक होने और कीमतें पूर्व स्तर पर बनी रहने की जानकारी मिली है। सटोरियों की लिवाली कमजोर पड़ने से सक्रिय वायदा 208 रुपए घटकर 13,730 रुपए पर आ गया है। आगामी सप्ताह में हल्दी में तेजी की संभावना नहीं दिख रही है। लाल मिर्च आने वाले 5-7 दिनों में लाल मिर्च के भाव में कोई खास वृद्धि की उम्मीद नहीं है। घटते हुए भाव पर भी स्टॉकिस्टों की लिवाली कमजोर पड़ने से पिछले सप्ताह लाल मिर्च 2000 रुपए गिरकर 13,000 रुपए प्रति क्विंटल रह गई। गुंटूर में नई और पुरानी फसल की कुल मिलाकर करीब 80-85 हजार बोरियों की आवक और कीमतों का स्थिर रहना रिपोर्ट किया गया है। नई फसल के अच्छे आने से बाजार की धारणा प्रभावित हो रही है। आगामी सप्ताह में लाल मिर्च में बढ़ोतरी की संभावना नहीं दिखती है।