गेहूं- भविष्य में मंदी की संभावना
पिछले सप्ताह दिल्ली में गेहूं की कीमत 2625-2630 रुपए प्रति कुंतल के बीच रही। गेहूं की मांग में कमी के कारण पिछले सप्ताह में 5 रुपए प्रति क्विंटल की गिरावट दर्ज की गई। इस सप्ताह भी बाजार में खास उतार-चढ़ाव देखने को नहीं मिला, क्योंकि सोमवार को ईद, मंगलवार को वित्तीय वर्ष की शुरुआत और बुधवार को अष्टमी के कारण अधिकांश बाजार बंद रहे। अभी तक अप्रैल महीने के ओपनिंग स्टॉक की जानकारी नहीं आई है। अगर सरकार के पास 110 लाख टन या उससे ज्यादा गेहूं बचता है, तो यह साल स्टॉकिस्टों के लिए उतना लाभकारी नहीं होगा। सरकारी खरीद का आंकड़ा पिछले साल से बेहतर है। पिछले साल गुजरात से सरकार को एक बोरी भी गेहूं नहीं मिली थी, जबकि इस बार अब तक 861 टन गेहूं सरकार को प्राप्त हो चुका है। मध्य प्रदेश और राजस्थान के किसानों ने सरकार के 2600 रुपए पर गेहूं खरीदने के निर्णय का स्वागत किया है। अब तक के रुझान के अनुसार, सरकार को पिछले साल के मुकाबले इस बार 20 से 30 लाख टन अधिक गेहूं मिल सकता है। सरकार का खरीद लक्ष्य 310 लाख टन है। मंडी बाजार: फ्लोर मिलों में गेहूं के भाव में 50 रुपए तक की मजबूती देखने को मिली है, हालांकि आटा, मैदा और सूजी के भाव में गिरावट का सिलसिला जारी है। राजस्थान के लाइन में कोई विशेष बदलाव नहीं रहा और बारां मंडी में गेहूं की आवक बंपर रही। मध्य प्रदेश और गुजरात में गेहूं के भाव सप्ताह के अंत तक 25 से 50 रुपए तक मजबूत बने रहे। कोलकाता लाइन में पीक अर्रिवल के दौरान भी गेहूं के भाव में विशेष गिरावट नजर नहीं आई। यहां पर 2700 रुपए या 2650 रुपए प्रति कुंतल न्यूनतम भाव रहने की संभावना है। अच्छी डिमांड और सूखे माल की आवक की वजह से गेहूं के भाव मजबूत बने रहने की उम्मीद है। इस समय गेहूं का उत्पादन अनुमानित 1160 लाख मीट्रिक टन के आसपास रहने का अनुमान है। हालांकि, सरकार ने 2425 रुपए प्रति कुंतल न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) और 175 रुपए बोनस के साथ मध्य प्रदेश में खरीद प्रक्रिया शुरू कर दी है, जबकि राजस्थान में भी गेहूं की खरीद चल रही है। इस कारण से इन राज्यों में बाजार में मजबूती देखी जा रही है, और वर्तमान में गेहूं के भाव 2650-2660 रुपए प्रति कुंतल तक टिके हुए हैं। इस समय यहां भाव में 50 रुपए तक की गिरावट की संभावना कम है। छिंदवाड़ा-मुलतई-लिंगा लाइन में नए गेहूं के प्रेशर के बावजूद, स्टॉकिस्टों की लिवाली से बाजार मजबूत बना हुआ है। हालांकि, इस महीने में हरियाणा और पंजाब में नया गेहूं आने के बाद इन राज्यों की मंडियों में 100 रुपए तक की गिरावट हो सकती है।