मॉनसून की बेहतर प्रगति के साथ भारत में खरीफ बुआई में 10% की जोरदार बढ़त

भारत में इस साल खरीफ सीजन की बुआई ने रफ्तार पकड़ ली है, जिसमें पिछले साल की तुलना में लगभग 10% की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। कृषि मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के अनुसार, 20 जून तक कुल बुआई क्षेत्र 137.84 लाख हेक्टेयर पहुंच गया है, जो पिछले वर्ष की समान अवधि से अधिक है। आइए फसलवार बुआई की स्थिति पर एक नजर डालते हैं: जिन फसलों की बुआई में वृद्धि हुई है: धान (चावल): कुल 13.22 लाख हेक्टेयर में बुआई हुई, जो पिछले साल की तुलना में 4.86 लाख हेक्टेयर अधिक है। दालें: कुल 9.44 लाख हेक्टेयर में बुआई हुई, जो 2.8 लाख हेक्टेयर की बढ़त दर्शाती है। इसमें शामिल हैं: मूंग: 4.43 लाख हेक्टेयर उड़द: 1.39 लाख हेक्टेयर मोटे अनाज: कुल 18.03 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में बुआई हुई, जिनमें प्रमुख योगदान: मक्का: 12.32 लाख हेक्टेयर बाजरा: 3.70 लाख हेक्टेयर कपास: कुल 31.25 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में बुआई हुई, जिसमें 2.14 लाख हेक्टेयर की उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। जिन फसलों की बुआई में गिरावट आई है: तेलहन: कुल 5.38 लाख हेक्टेयर में बुआई हुई, जो पिछले वर्ष के 5.49 लाख हेक्टेयर से थोड़ी कम है। मूंगफली और सोयाबीन के रकबे में मामूली गिरावट रही। जूट और मेस्ता: कुल क्षेत्र 5.46 लाख हेक्टेयर रहा, जो पिछले साल की तुलना में थोड़ा कम है। आगे की राह: आने वाले दिनों में बाजार की नजरें मॉनसून की चाल पर टिकी रहेंगी, क्योंकि बारिश की मात्रा और उसका वितरण फसलों की पैदावार और कीमतों की दिशा तय करेंगे। किसानों को राहत देने के लिए सरकार ने धान, मक्का और सोयाबीन सहित 14 प्रमुख खरीफ फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) बढ़ा दिया है, जिससे इस सीजन में किसानों को बेहतर लाभ मिलेगा।

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