चना बाजार स्थिर - नजरें भविष्य की त्योहारी मांग पर।

देशभर की प्रमुख मंडियों से मिल रही जानकारी के अनुसार चना बाजार इस समय स्थिर लेकिन सतर्क स्थिति में है। एक ओर जहां आवक सीमित है, वहीं दूसरी ओर मांग भी कमजोर बनी हुई है। उत्पादन स्तर, स्टॉक की उपलब्धता, आगामी त्योहार और मानसून जैसे कारक मिलकर चने के भाव को सीमित दायरे में रखे हुए हैं, जिससे कीमतें ₹25-₹50 के उतार-चढ़ाव में घूम रही हैं। जानकारी के लिए बता दें कि भारत में चने का कुल उत्पादन लगभग 113 लाख टन अनुमानित है, जो पिछले वर्ष से करीब 2.7% अधिक है। आयात और खपत के रुझानों के आधार पर भारत में कुल घरेलू उपभोग लगभग 125 लाख टन के आसपास माना जा रहा है। आज के बाजार की स्थिति: दिल्ली में चना ₹25 की तेजी के साथ ₹5,850 प्रति क्विंटल पर खुला, और 5-6 गाड़ियों की आवक दर्ज की गई। सोलापुर मंडी में मिल क्वालिटी चना के भाव ₹5,500 से ₹5,950 प्रति क्विंटल के बीच स्थिर रहे, और केवल 3-4 ट्रकों की आवक देखी गई। जबलपुर मंडी में भाव ₹5,000-₹5,450 प्रति क्विंटल के बीच रहे और 625 बोरियों की आवक दर्ज हुई। देवास मंडी में चना ₹5,200 से ₹5,700 प्रति क्विंटल के भाव पर बिका। फिलहाल, मिलों की खरीद सुस्त बनी हुई है और स्टॉकिस्ट भी अपनी रणनीतियों में कोई बड़ा बदलाव नहीं कर रहे हैं। कई व्यापारी अपने स्टॉक को रोक कर बैठे हैं, उम्मीद में कि भाव आगे चलकर बेहतर हो सकते हैं। इसके अलावा, सरकारी केंद्रीय पूल में चने का स्टॉक सीमित है, जिससे बाजार को अप्रत्यक्ष रूप से समर्थन मिल रहा है। आगे की बात करें तो बाजार में यह सामान्य राय बन रही है कि जुलाई और अगस्त के महीनों में त्योहारों और मानसून के चलते खपत बढ़ेगी, जिससे खरीदारी में इजाफा हो सकता है और भावों में कुछ तेजी देखी जा सकती है। इस बीच, ऑस्ट्रेलिया से आयातित चना ₹5,875 प्रति क्विंटल पर स्थिर चल रहा है, लेकिन इन भावों पर घरेलू बाजार पर कोई दबाव नहीं बन रहा है। कुल मिलाकर, चना बाजार इस समय स्थिरता और प्रतीक्षा की स्थिति में है। आने वाले दो हफ्तों में बेसन और चना दाल की थोक मांग बढ़ने की संभावना है, जिससे बाजार में हल्की तेजी देखने को मिल सकती है।

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