उड़द बाजार पर विशेष रिपोर्ट
उड़द बाजारों में बर्मा की उड़द के भाव तेज, देसी की कीमतें भी बढ़ी दाल मिलों की हाजिर मांग बढ़ने के कारण चेन्नई, दिल्ली, मुंबई और कोलकाता में बर्मा उड़द की कीमतों में लगातार चौथे तेजी आई। इसी तरह से जलगांव, जोधपुर, विजयवाड़ा और गुंटूर में स्थानीय दाल मिलों की हाजिर मांग बढ़ने के कारण देसी उड़द के भाव में 50 से 150 रुपये प्रति क्विटल की क्वालिटीनुसार तेजी दर्ज की गई हालांकि बर्मा से लगातार उड़द का आयात हो रहा है साथ ही घरेलू बाजार में समर उड़द की आवक भी बनी हुई है। इसलिए उड़द के भाव में बड़ी तेजी की उम्मीद नहीं है। भारत सरकार द्वारा दालों के आयातकों को स्टॉक लिमिट में छूट दिए जाने के साथ ही मिलों और थोक विक्रेताओं के लिए लिमिट बढ़ा दिए जाने के कारण भारतीयों ताजा मांग से बर्मा में उड़द एफएक्यू और एसक्यू के भाव तेज हुए हैं। इस बीच, बर्मा बाजार में कोई भी बिकवाल सक्रिय नहीं है, क्योंकि बढ़ते कोरोना के मामलों के कारण व्यापार होने पर कार्गो लोड नहीं कर सकते, क्योंकि वहां मृत्यु दर अनुपात ज्यादा है। कंटेनर में भारत के लिए दालों की लोडिंग चल रही है, लेकिन बढ़ते कोविड मामलों के कारण लोडिंग रुकने का डर है। बर्मा में 26 जुलाई, 2021 तक लॉकडाउन लगा हुआ है। जानकारी के अनुसार, 4 बड़े वैसल जुलाई में चेन्नई बंदरगाह पर पहुंचने की उम्मीद है, इनमें कुल 50,000 टन उड़द है। इसके अलावा 2 बड़े वैसल में जुलाई शिपमेंट के लिए कोलकाता के लिए कुल 5,000 टन उड़द एफएक्यू लोड होने की उम्मीद है। और एक पोत जुलाई के मध्य शिपमेंट की मुंबई के लिए 21,000 टन (अरहर-उड़द) लोड करने की उम्मीद है।