उत्तराखंड से UAE भेजी गई फल-सब्जियों की खेप, भिंडी-करेला से लेकर नाशपाती-करी पत्ता तक का हुआ निर्यात

किसानों की पहुंच अब अंतरराष्ट्रीय बाजारों तक भी हो रही है. किसी सुदूर गांव में उगाई जा रही फसल न केवल ​एशिया, बलिक यूरोपियन कंट्रीज में भी पहुंच रही है. फल-सब्जियों से लेकर खास किस्‍म की अनाज तक की डिमांड विदेशी बाजारों में खूब है. किसानों द्वारा किए गए उत्पादन को विदेश भेजने में एपीडा माध्यम बन रहा है. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, 2019-20 में 10,114 करोड़ रुपये के बराबर के निर्यात की तुलना में 2020-21 में भारत ने 11,019 करोड़ रुपये के बराबर के फलों एवं सब्जियों का निर्यात किया गया है. इस क्रम में उत्तराखंड के कृषि व्यवसाय को भी बड़ा प्रोत्साहन मिला है. उत्तराखंड से सब्जियों की बड़ी खेप देश से बाहर संयुक्त अरब अमीरात (UAE) भेजी गई है. भिंडी, करी पत्ता, करेला, नाशपाती का हुआ निर्यात उत्तराखंड से कृषि उत्पादों के निर्यात को मिले एक बड़े प्रोत्‍साहन में हरिद्वार के किसानों से प्राप्त करी पत्ता, भिंडी, नाशपाती और करेला सहित सब्जियों की पहली खेप संयुक्त अरब अमीरात के दुबई को निर्यात की गईं. सब्जियों का निर्यात उत्तराखंड में उगाए गए बाजरा की एक खेप के मई, 2021 में डेनमार्क को निर्यात किए जाने के बाद हुआ है. उत्तराखंड कृषि उत्पाद विपणन बोर्ड (UKAPMB) और एक निर्यातक जस्ट ऑर्गेनिक, के सहयोग से एपीडा ने निर्यात के लिए उत्तराखंड के किसानों से रागी और झिंगोरा प्राप्‍त किया और उसकी प्रोसेसिंग की, जो यूरोपीय संघ के जैविक प्रमाणन मानकों को पूरा करता है. जैविक खेती में सहायता कर रही सरकार उत्तराखंड सरकार जैविक खेती की सहायता करती रही है. एक अनूठी पहल के जरिये यूकेएपीएमबी जैविक प्रमाणन के लिए हजारों किसानों की सहायता करता रहा है. ये किसान मुख्य रूप से रागी, झिंगोरा, चौलाई आदि जैसे मोटे अनाजों का उत्पादन करते हैं. कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) उत्तराखंड को भारत के कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पादों के निर्यात मानचित्र पर लाने के लिए प्रचार संबंधी गतिविधियाँ करता रहा है. एपीडा उत्तराखंड में एक पैक हाउस स्थापित करने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करने की योजना बना रहा है जो अंतर्राष्ट्रीय बाजार में ताजे फल और सब्जियों के निर्यात के लिए अनिवार्य आवश्यकता या बुनियादी ढांचे की जरूरत को पूरा करेगा. एपीडा के जरिये विदेशों तक हो रही किसानों की पहुंच एपीडा कृषि उपज की पूरी आपूर्ति श्रृंखला को सुदृढ़ करनेके जरिये खरीददारों को किसानों से जोड़कर क्षमता निर्माण, गुणवत्ता उन्नयन और बुनियादी ढांचे के विकास, दोनों प्रकार से उत्तराखंड क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित करना जारी रखेगा. 2019-20 में 10114 करोड़ रुपये के बराबर के निर्यात की तुलना में 2020-21 में भारत ने 11019 करोड़ रुपये के बराबर के फलों एवं सब्जियों का निर्यात किया, जो 9 प्रतिशत के बराबर की वृद्धि प्रदर्शित करता है. बता दें कि एपीडा खाद्य उत्पादों के निर्यात के लिए बाजार संवर्धन गतिविधियां, सूचित निर्णय लेने के लिए मार्केट इंटेलिजेंस, अंतर्राष्ट्रीय अनुभव, कौशल विकास, क्षमता निर्माण और उच्च गुणवत्ता वाली पैकेजिंग का कार्य करता है.

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