मक्की में और तेजी का व्यापार नहीं

पोल्ट्री उद्योग की मांग पूरी तरह मक्की में ठंडी पड़ गई। दूसरी ओर स्टार्च मिल वाले भी जरूरत के अनुसार ही माल खरीद रहे हैं, क्योंकि सभी मिलों में स्टॉक जमा हो गयी है तथा नया स्टार्च कंपनियां कम उत्पादन कर रही हैं। हालांकि हाजिर माल की कमी से स्टाक की मक्की 2 दिनों में 50 रुपए बढ़कर 2500 रुपए प्रति क्विंटल हरियाणा, पंजाब, राजस्थान पहुंच में बिक रही है। इसके बाद और प्रांतीय फसलें आने वाली है, जिससे तेजी का व्यापार और नहीं करना चाहिए।

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