गेहूं - क्षमता के अनुरूप उपलब्धि नहीं
गेहूं की आपूर्ति मिलिंग क्षमता के अनुरूप नहीं होने से बाजार लगातार बढ़ते जा रहे हैं। पिछले 2 दिन के अंतराल गेहूं के भाव 2570 से छलांग लगाकर 2600 रुपए प्रति कुंतल हो गया है। वास्तविकता यह है कि केंद्रीय पूल में गेहूं की उपलब्धि खपत के अनुरूप नहीं है। दूसरी ओर जो गेहूं का स्टॉक पड़ा है, वह बड़ी कंपनियों के हाथ में है प्राइवेट सेक्टर की छोटी मंडियों में गेहूं का स्टॉक नहीं है। अत: या तो बड़ी कंपनियां गेहूं की बिक्री करें या सरकार को 5000 मीट्रिक टन से बढ़ाकर 10000 मीट्रिक टन साप्ताहिक टेंडर करना ही आवश्यक होगा।