गेहूँ : नयी आवक शुरू होने से कीमतो पर असर

रोज़ाना 5000~6000 बोरी आवक के साथ पिपरिया मंडी में पिछले एक सप्ताह से नया गेहूँ 50~100 रु घटकर 2275~2300/क्विंटल के भाव पर आ गया। पिछले एक साप्ताह से दिल्ली मार्केट में गेहूँ 50~75 रु घटकर 2500/क्विंटल के पर भाव आ गया। पिछले सप्ताह मंडिया ज्यादातर मंडिया बंद रहने के कारण डिमांड भी कमज़ोर रही। मध्य प्रदेश के प्रमुख गेहूँ उत्पादक क्षेत्र पिपरिया, जबलपुर, बालाघाट और दमोह के मंडियों में पिछले एक सप्ताह से नयी गेहूँ की आवक शुरू हो गयी है। पिछले साल अच्छे भाव मिलने के कारण और चने में नुकसान होने के कारण इस साल किसानो ने गेहूँ की बुआई में अधिक रूचि ली। इस साल पिपरिया में 5~7%, बालाघाट में 10%, जबलपुर में 12% और दमोह में 10% बुआई का रकबा बढ़ा। गेहूँ की फसल पर इस साल रोग का प्रकोप भी रहा जिस कारण दाने छोटे और सफ़ेद पड़ गए। मध्य प्रदेश में सरकार 2275/क्विंटल के एमएसपी और 125 रु बोनस के साथ गेहूँ खरीद रही है। लेकिन इन दिनों किसान भाव बढ़ने की उम्मीद में गेहूँ मंडियों में बेच रहे है। पंजाब और हरयाणा के विभिन्न क्षेत्रों में आज हुए तूफ़ान के कारण फसलों की समतल होने की खबरे है, जिससे उपज को संभावित नुक्सान भी हो सकता है भारत सरकार ने जमाखोरी से निपटने और बाजार में मूल्य स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए व्यापारियों, मिल मालिकों और आयातकों द्वारा गेहूं स्टॉक की साप्ताहिक रिपोर्टिंग अनिवार्य कर दी है। व्यापारियों के अनुसार, आने वाले दिनों में आवक बढ़ने से कीमतों में गिरावट की सम्भावना है।

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