गेहूँ रिपोर्ट: बाजार और घटने की संभावना

बीते सप्ताह के दौरान गेहूँ मे मांग न रहने से 50 रुपए प्रति क्विंटल की गिरावट दर्ज हुई , मंडियों में आवक की मात्रा बढ़ी और अधिकांश बाजार में भाव हुए कमजोर देखे गए। महाराष्ट्र : महाराष्ट्र में अधिकांश मिल एवं मंडियों के भाव में कोई हल चल नहीं, भाव अधिकांश जगहों पर स्थिर ही दिखे। उत्तरप्रदेश में बाजार के भाव रहे कमजोर कानपूर में 20 गोरखपुर और वाराणसी में 70 रूपए से अधिक की गिरावट बनी रही। राजस्थान के अधिकांश बाजार के भाव रहे स्थिर जयपुर एवं जोधपुर के मंडी में कोई घट बढ़त नहीं। राजस्थान में सरकार ने क्रय केंद्र गेहूं खरीद के लिए काफी खोले लेकिन इतने दिनों में उन जगहों पर एक बोरी का भी काम नहीं हुवा है। आगामी कुछ दिन बाजार और घटने की संभावना अधिक है। इस वर्ष सरकार ने उत्तरप्रदेश, राजस्थान और बिहार इन तीनो राज्यों को मिलकर कुल 50 लाख टन गेहूं खरीद का लक्ष्य रखा है। भारत सरकार ने 3 अप्रैल तक कुल 600,000 टन गेहूं की आवक का एक तिहाई हिंसा खरीद लिया है जबकि एक साल पहले की अवधि में केवल 350,000 टन की खरीद हुयी थी। पंजाब में गेहूं की खरीद के लिए 1 अप्रैल को 1,307 मंडियों और खरीद केंद्र खोले जाने के बावजूद अभी तक मंडियों में फसल की आवक शुरू नहीं हुई है। निश्चित रूप से, पंजाब कृषि विभाग ने कुल उत्पादन 162 लाख टन होने का अनुमान लगाया है, जो 2022-23 रबी सीज़न से 1 लाख टन अधिक है।

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