चना रिपोर्ट: भाव में मजबूती

बीते सप्ताह के दौरान चना दाल बेसन में मांग बनी रहने से 100 रुपये प्रति क्विंटल की मजबूती दर्ज हुई, उम्मीद से कम आवक और स्टॉकिस्टों की सक्रियता बढ़ने से चना में मजबूती रही। दक्षिण भारत की मंडियों में आवक अब लगभग समाप्त; महाराष्ट्र में 5-6 मंडियों में ही चना की अच्छी आवक हो रही है। मध्य प्रदेश में चना ऊंचा बिकने के कारण दिल्ली आवक नहीं जा रही। राजस्थान में कमजोर स्टॉक होने से नया चना खपत और स्टॉक में तेजी से जा रहा है और यही हाल गुजरात का है। मटर आयात बढ़ने से चना की खपत मांग हो सकती है कमजोर। सस्ता मटर आयात बढ़ने से चना की खपत लगभग 10% तक प्रभावित हो सकती है। यदि चना के दाम में अच्छी बढ़त आती है तो मटर की खपत और तेजी से बढ़ सकती है। व्यापार सूत्रों के अनुसार देश में चना उत्पादन उम्मीद से कम होने का अनुमान है। नाफेड ने एमएसपी पर चना खरीदी शुरू कर दी और अब तक राजस्थान/गुजरात से कुल लगभग 13714 टन की खरीदी हुई है, यह पिछले साल की सामान अवधि की तुलना 5.25 लाख टन से काफी कम है। मंडियों में चना का दाम एमएसपी के आसपास रहने से नाफेड की खरीदी अभी कमजोर; उम्मीद है आगे खरीदी में सुधार होगा। चना का पाइपलाइन कई बड़े सेंटर्स पर कमजोर है। मटर आयात की समयसीमा 2 माह के लिए बढ़ने से चना पर कुछ दबाव आये तो निचे में खरीदी करना बेहतर। चना फंडामेंटल मजबूत और भविष्य में खपत मांग बढ़ने पर अच्छा मुनाफा दे सकता है।

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