रूककर वापस से बाजरे में मजबूती की उम्मीद

सरकार द्वारा आम जनता के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए राशन में गेहूं-चावल के अलावा बाजरे का भी वितरण किया जा रहा है, लेकिन वह माल राशन के दुकानदार, उपभोक्ताओं को कम बेचकर 80 प्रतिशत माल वितरक व खपत वाली मंडियों में बेचने लगे हैं, जिससे चार पांच दिनों के अंतराल 125/150 रुपए भाव टूट गया, गौरतलब है कि अभी निकट भविष्य में कोई बाजरे की फसल आने वाली नहीं है तथा मुख्य फसल आए हुए 6 महीने बीत चुके हैं। जिससे कुछ समय रूककर वापस से बाजरे में मजबूती की उम्मीद बन रही है।

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