गेहूं-मंडियों में आपूर्ति घटी
सरकार द्वारा गेहूं की खरीद किया जा रहा है, लेकिन उत्पादक मंडियों में आवक टूट जाने से खरीद, लक्ष्य पीछे रह गया है। अभी प्राइवेट सेक्टर में कारोबारी ऊंचे भाव पर खरीद कर रहे हैं, जिस कारण गेहूं की खरीद केंद्रीय पूल हेतु मुश्किल से 267 लाख मीट्रिक टन तक पहुंचने की संभावना है। उत्पादक मंडियों में कारोबारी माल रोक लिए हैं। दूसरी ओर पिछली तेजी को देखकर किसान भी माल रोक लिए हैं, जिस कारण अभी मंदे की गुंजाइश नहीं है तथा आगे की तेजी मंदी सरकार की बिक्री पर निर्भर करेगी। अतः गेहूं में जहां लाभ मिले, बेचना चाहिए।