गेहूं- धीरे धीरे तेजी की तरफ अग्रसर
इस बार मंडियों में प्राइवेट सेक्टर की कंपनियों द्वारा गेहूं ऊंचे भाव में प्रतिस्पर्धात्मक खरीद किए जाने से उत्पादक एवं वितरक मंडियों में गेहूं का स्टॉक ज्यादा नहीं है। हम मानते हैं कि गत वर्ष की अपेक्षा 5 लाख मीट्रिक टन के करीब गेहूं की खरीद सरकार द्वारा अधिक की गई है, लेकिन यह खरीद कई योजनाओं में वितरण को देखते हुए काफी नहीं है। सरकार द्वारा खुले बाजार में गेहूं की बिक्री नहीं किए जाने से इसके भाव 3100/3120 रुपए पर पहुंचने के बाद ठहर गए हैं। अतः बाजार धीरे धीरे घट बढ़ के साथ तेजी की तरफ अग्रसर रहेगा।